![]() |
Selected Bible Verses For Women's |
![]() |
Hindi bible |
वह रात ही को उठ बैठती है, और अपने घराने को भोजन खिलाती है और अपनी लौण्डियों को अलग अलग काम देती है।
नीतिवचन 31:15
![]() |
Hindi Bible |
शोभा तो झूठी और सुन्दरता व्यर्थ है, परन्तु जो स्त्री यहोवा का भय मानती है, उसकी प्रशंसा की जाएगी।
नीतिवचन 31:30
![]() |
Daily Verses |
उसके हाथों के परिश्रम का फल उसे दो, और उसके कार्यों से सभा में उसकी प्रशंसा होगी॥
नीतिवचन 31:31
![]() |
Daily Verses |
वह अपने घराने के चाल चलन को ध्यान से देखती है, और अपनी रोटी बिना परिश्रम नहीं खाती।
नीतिवचन 31:27
![]() |
Bible Study |
वह बुद्धि की बात बोलती है, और उस के वचन कृपा की शिक्षा के अनुसार होते हैं।
नीतिवचन 31:26
![]() |
Bible Study |
वह बल और प्रताप का पहिरावा पहिने रहती है, और आने वाले काल के विषय पर हंसती है।
नीतिवचन 31:25
![]() |
Daily Qoutes |
वह दीन के लिये मुट्ठी खोलती है, और दरिद्र के संभालने को हाथ बढ़ाती है।
नीतिवचन 31:20
![]() |
Daily Qoutes |
वह परख लेती है कि मेरा व्यापार लाभदायक है। रात को उसका दिया नहीं बुझता।
नीतिवचन 31:18
![]() |
Instagaram Post Size |
वह किसी खेत के विषय में सोच विचार करती है और उसे मोल ले लेती है; और अपने परिश्रम के फल से दाख की बारी लगाती है।
नीतिवचन 31:16
![]() |
Instagaram Post Size |
वह अपने जीवन के सारे दिनों में उस से बुरा नहीं, वरन भला ही व्यवहार करती है।
नीतिवचन 31:12
0 Comments
Please tell us how you liked our posts
आपको हमारी पोस्ट कैसी लगी हमें जरूर बताएं
If you see something lacking in our site, please let us know, यदि आपको हमारी साइट में कुछ कमी दिखाई देती है, तो कृपया हमें बताएं।